परिचय :
SIM cards हम सभी के जीवन में एक बहुत ही आम सी चीज है। लेकिन फिर भी क्या आप जानते है के आखिर ये SIM cards किस लिए उपयोग किये जाते है और ये किस तरह से काम करते है। इस पोस्ट में हम इन्ही SIM cards के बारे में हिंदी में (SIM in Hindi) कुछ जानकारी प्राप्त करेंगे और जानेगे के आखिर क्यों कोई भी Call करने के लिए SIM cards जरुरी क्यों है।
Full-Form of SIM – Subscriber Identity Module
SIM card एक प्लास्टिक से बना हुआ छोटा Removable Smart Card है। जो की मोबाइल डिवाइस और ग्राहक की पहचान करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसे communication को और भी ज्यादा सिक्योर बनाने के लिए भी उपयोग किया जाता है। SIM card में communication को encrypt करने के लिए जरुरी जानकारी और मोबाइल डिवाइस की पहचान करने के लिए जरुरी जानकारी दोनों ही store होती है।
शुरुआती विकास :
पहला सिम कार्ड 1991 में म्यूनिख की Smart Card बनाने वाली कंपनी Giesecke & Devrient द्वारा विकसित किया गया था, जिसने Finnish wireless network operator Radiolinja को पहले 300 सिम कार्ड बेचे थे। इंटरनेशनल कार्ड मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ICMA) के अनुसार, 2016 में विश्व स्तर पर लगभग 540 करोड़ सिम कार्ड बनाए गए थे और अनुमान है कि 2020 तक 2000 करोड़ से अधिक सेल्युलर उपकरणों के लिए SIM card बनाये जायेंगे।
लगभग सभी जीएसएम फोनो को काम करने के लिए एक SIM card की आवश्यकता होती है।लेकिन कुछ ऐसे फोन भी है जो सिम का उपयोग नहीं करते हैं जैसे CDMA , TDMA , AMPS. इन phones में आवश्यक डेटा को सीधे फोन में स्टोर किया जाता है।
बदले जाने योग्य या Removable SIM cards चार standard size में आते हैं :
- Full-size (85.6mm × 53.98mm × 0.76 mm)
- Mini-SIM (25mm x 15mm x 0.76mm)
- Micro-SIM (15mm x 12mm x 0.76mm)
- Nano-SIM (12.3mm × 8.8mm × 0.67mm)
ना बदले जाने योग्य या eSIM or Embedded SIM सिर्फ एक ही साइज में आती है :
- eSIM (6mm x 5mm x <1mm) Non Removable
सारांश :
इस पोस्ट में हमने SIM cards के फुल फॉर्म और उसकी कार्य प्रणाली के बारे में अध्ययन किया। उम्मीद है आपको ये जानकारी पसंद आयी हो और आपके जीवन ने कही न कही ये जानकारी काम आये। ऐसे ही और दिलचस्प जानकारी के लिए पढ़ते रहिये SearchGK वेबसाइट। धन्यवाद
इस जानकारी का श्रोत विकिपीडिया और GSMarena है।