SIP का फुल फॉर्म – Full Form of SIP in Hindi
परिचय :
एसआईपी (SIP) एक कंप्यूटर नेटवर्क प्रोटोकॉल है जिसका उपयोग रियल टाइम कम्युनिकेशन(Real-time Communication) के लिए किया जाता है। इसकी सहायता से रियल टाइम में आवाज , विडिओ और सन्देश एक जगह से दूसरी जगह भेजे जाते है। इस पोस्ट में हम जानेंगे की एसआईपी (SIP) प्रोटोकॉल क्या होता है (what is sip calling in hindi) और इसके में कुछ बेसिक जानकारी प्राप्त करेंगे।
आसान भाषा में समझे तो एसआईपी(SIP) प्रोटोकॉल के इस्तेमाल से हम इंटरनेट के जरिये Voice कालिंग , विडिओ कालिंग और मेसेज कर सकते है। यह प्रोटोकॉल वॉइप(VOIP – Voice Over Internet Protocol) प्रोटोकॉल एवं अन्य दूसरे प्रोटोकोलो के साथ मिलकर काम करता है।
Full-Form of SIP – Session Initiation Protocol
कुछ देशो में आज भी एसआईपी (SIP) प्रोटोकॉल को कानूनी मान्यता प्राप्त नहीं है जबकि ज्यादातर देशो में इसे कानूनी तोर पर उपयोग किया जा सकता है।
उदाहरण के लिए अरब (UAE – United Arab Emirates) देशो में एसआईपी (SIP) को कानूनी मान्यता प्राप्त नही है। जबकि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिआ, सिंगापूर, मलेशिआ जैसे और भी कई देशो में इस प्रोटोकॉल को कानूनी रूप से अनुमति दे दी गयी है।
शुरुआती विकास :
एसआईपी (SIP) का विकास मूल रूप से 1996 में मार्क हैंडले, हेनिंग शुल्ज़रीन, ईव स्कूलर और जोनाथन रोसेनबर्ग द्वारा किया गया था। 1999 में इस प्रोटोकॉल को RFC 2543 के रूप में मानकीकृत किया गया था।
एसआईपी (SIP) मूल रूप से इंटरनेट पर अपने समर्थकों के द्वारा समर्थित है। संचार(Communication) के ज्यादातर प्रोटोकॉल अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) द्वारा मानकीकृत (Standardized) है, जबकि एसआईपी (SIP) मुख्य रूप से IETF (Internet Engineering Task Force) द्वारा मानकीकृत (Standardized) किया गया है।
सारांश :
इस पोस्ट में हमने एसआईपी(SIP) प्रोटोकॉल के फुल फॉर्म और उसकी कार्य प्रणाली के बारे में हिंदी में (SIP in Hindi) अध्ययन किया। उम्मीद है आपको ये जानकारी पसंद आयी हो और आपके जीवन ने कही न कही ये जानकारी काम आये।
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